में नहीं बदला हूँ
मेरे अपनों को यकीं नहीं
शायद बाकि बहुत कुछ
बदल गया है
वे भी बदल गए है
शायद पैमाना बदल गया
नजरिया बदल गया है
ज़माना तंग हो गया है
शायद उब गए है
कुछ नए की तलाश है
जो दो सके
जो आज तक शायद न पाया
क्या चाहिये शायद
खोज लिया है
दोष मुझपे है
और तो सदाबहार है
बहुत आगे बढ़ गए है
और कोई आज भी
वो पुरानी सी तस्वीर
लिए बैठा है
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