काफी देर बाद नसीब हुई
नींद
काफी करवटे बदलने बाद आई
नींद
जब आ ही गयी हो तो
उड़ा ले जा
वहा जहा कुछ है
किसीने जाना न था
इस शरीर से दूर
उस वीराने में
जहा वीराने आबाद हो
वीराने में खीले हो
फूल अहसास के
मायूसी उडती हो
उदासी महकती हो
सब गुम हो जाये
वीराने के मंजर में
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